Love Poetry in Hindi

 




अरसे बाद...प्रेम 













अरसे बाद...प्रेम 




गौर से देखा, अरसे बाद,

पाया पास, अरसे बाद।


प्रेम पुजारी, तेरा ही था,

मन हारा था, मन के पास।

तुझको पाया, अरसे बाद,

पाया पास, अरसे बाद।


प्रेम प्रतिज्ञा, तुझसे मेरी,

काव्य लिखे, हैं तेरे साथ,

जाना तुझको, अरसे बाद

पाया पास, अरसे बाद।


भाग दौड़ मे, दूर हुआ हूँ,

जाने कैसे, भूल गया हूं।

खिला कमल  है, मेरे पास,

पाया पास, अरसे बाद।


मधुर मुस्कान, अधर पर छाए,

पावन सा, अहसास जगाये।

जागे आस, पाया पास,

एक मुद्दत, एक अरसे बाद।


गौर से देखा, अरसे बाद,

पाया पास, अरसे बाद।

                    सचिन 'निडर'




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