Dedicated to all Big Brothers





सभी बड़े भाइयों को समर्पित 

Dedicated to all Big Brothers


dedicated to all big brothers hindi poem, bade bhaiyo ke liye hindi poem, big brothers, indian culture, India is the best, Indian festival, best hindi poem, all big brothers,



सभी बड़े भाइयों को समर्पित 

Dedicated to all Big Brothers



बड़ा होना सच में बड़ा होता है,
कभी अद्भुत कभी अलग होता है।

असमंजस में निकलती है उम्र सारी,
जिम्मेदारी उठाने को बाध्य होता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।

अकेला ही निपटता है सौ दर्द से भी,
कई-कई बार समझौता होता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।

कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश लिए दिल में,
जिमीदरियों से उलझता रहता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।


लहू से सींचकर भी घर के द्वार को,
बस कुंडियों सा खड़कता रहता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।

तारा किसी की आंख का तो बन ही नही पाता,
कभी गुमसुम तो कभी हारा सा रहता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।

जड़ देता है ठोकरे लक्ष्य को भी अपने,
क्योकि घर का वो सबसे बड़ा होता है।
बड़ा होना सच में बड़ा होता है।

                            "सचिन श्रीवास्तव"

Post a Comment

0 Comments